अमीर और अमीर क्यों होते जाते हैं, गरीब गरीब ही रहता है और मध्यम वर्ग इसकी कीमत चुकाता है, Why rich get richer, poor stays poorand Middle class pays for it

Tax Trap: अमीर, गरीब और मिडिल क्लास की जेब पर कैसे भारी पड़ता है प्राइस का टैक्स?

Tax Trap: अमीर, गरीब और middle class की जेब पर कैसे भारी पड़ता है प्राइस का tax?

भारत में tax (कर) एक ऐसा टॉपिक है जिसे सुनते ही लोगों के चेहरे पर तनाव आ जाता है। चाहे आप अमीर हों, middle class या गरीब, tax सिस्टम सबको अपने तरीके से प्रभावित करता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि "प्राइस का tax" (यानी वो tax जो आप रोजमर्रा की चीजों की कीमत में छुपा हुआ भरते हैं) आपकी जेब पर कितना भारी पड़ता है?

इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि कैसे GST, इनडायरेक्ट tax, इन्फ्लेशन और सरकारी पॉलिसीज आम आदमी को tax के जाल में फंसा देती हैं। साथ ही, हम कुछ ऐसे उदाहरण भी देखेंगे जिनसे पता चलेगा कि अमीर और गरीब दोनों ही tax के शिकार कैसे बनते हैं।

1. Tax का जाल: गरीबों पर सबसे ज्यादा मार

आपको लगता होगा कि इनकम tax सिर्फ मिडिल क्लास और अमीर लोगों को देना पड़ता है, लेकिन असल में गरीबों पर भी tax का बोझ सबसे ज्यादा होता है। कैसे?

📌 उदाहरण: एक गरीब आदमी और एक अमीर आदमी की चाय

  • गरीब आदमी रोज ₹10 में चाय पीता है। इस ₹10 में GST (5%) लगता है, यानी वो ₹0.50 tax देता है।
  • अमीर आदमी ₹100 वाली स्पेशल टी पीता है, उस पर भी 5% GST (₹5) लगता है।

देखने में लगेगा कि अमीर आदमी ने ज्यादा tax दिया, लेकिन असल में:

  • गरीब आदमी की दैनिक आय ₹200 है, तो उसका ₹0.50 tax उसकी इनकम का 0.25% है।
  • अमीर आदमी की दैनिक आय ₹10,000 है, तो ₹5 tax उसकी इनकम का सिर्फ 0.05% है।

यानी, गरीब आदमी अपनी इनकम का ज्यादा हिस्सा tax में देता है!
इसे "रिग्रेसिव tax सिस्टम" कहते हैं, जहां गरीबों पर tax का प्रेशर ज्यादा होता है।

2. Middle class का संघर्ष: इनकम tax + GST = डबल बोझ

Middle class वाले लोग इनकम tax तो भरते ही हैं, लेकिन उनपर GST, फ्यूल tax, प्रॉपर्टी tax का भी बोझ होता है।

📌 उदाहरण: ₹10 लाख सालाना कमाने वाला व्यक्ति

  • इनकम tax: ₹1.12 लाख (ऑल स्लैब्स मिलाकर)
  • GST (अनजाने में):
    • महीने का ग्रोसरी बिल ₹10,000GST ₹500 (5%)
    • मोबाइल रिचार्ज ₹1000GST ₹180 (18%)
    • पेट्रोल (महीने का ₹5000)₹2500 tax (50% से ज्यादा!)
    • EMI (कार/होम लोन)इंटरेस्ट पर tax इफेक्ट

कुल मिलाकर, वो व्यक्ति अपनी इनकम का 30-40% tax में दे देता है!
और फिर भी उसे सरकारी सुविधाएं (अच्छी सड़कें, हॉस्पिटल, एजुकेशन) नहीं मिलतीं।

3. अमीर लोग tax से कैसे बचते हैं?

अमीर लोगों के पास tax बचाने के कई लीगल तरीके होते हैं, जैसे:

  • कंपनियां बनाकर tax हेवन (Mauritius, Singapore) का फायदा
  • कैपिटल गेन्स tax में छूट (LTCG, STCG)
  • डोनेशन और NGO के जरिए tax सेविंग

📌 उदाहरण: बड़े बिजनेसमेन का tax गेम

एक बड़ा बिजनेसमेन ₹100 करोड़ कमाता है, लेकिन:

  • वो कंपनी के नाम से खर्चे दिखाकर प्रॉफिट कम कर देता है।
  • ऑफशोर अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करता है।
  • ₹30 करोड़ का घर खरीदता है, जिस पर पूरा tax बेनिफिट लेता है।

अंत में, उसका एक्टुअल tax 10-15% रह जाता है, जबकि middle class 30%+ tax देता है!

4. क्या सलूशन है? कैसे बचें इस tax ट्रैप से?

✅ गरीबों के लिए:

  • सरकार को चाहिए कि बेसिक जरूरतों (राशन, दवाई) पर GST 0% हो।
  • सब्सिडी बढ़ाई जाए ताकि महंगाई का असर कम हो।

Middle class के लिए:

  • इन्वेस्टमेंट (म्यूचुअल फंड, PPF, NPS) से tax सेविंग करें।
  • HRA, होम लोन, इंश्योरेंस जैसे डिडक्शन का पूरा फायदा उठाएं।
  • GST का बोझ कम करने के लिए लोकल प्रोडक्ट्स खरीदें (जिनपर कम tax हो)।

✅ अमीरों के लिए:

  • Tax चोरी नहीं, लेकिन लीगल तरीकों से प्लानिंग करें।
  • CSR (Corporate Social Responsibility) में योगदान दें।

5. निष्कर्ष: क्या भारत का tax सिस्टम फेयर है?

सच तो ये है कि भारत का tax सिस्टम गरीबों और middle class के खिलाफ है। अमीर लोग tax के नियमों को अपने फायदे के लिए घुमा लेते हैं, जबकि आम आदमी "प्राइस का tax" देकर भी अच्छी सुविधाएं नहीं पाता।

अगर सरकार इनडायरेक्ट tax (GST, पेट्रोल tax) कम करे और अमीरों पर सख्त नियम लगाए, तभी ये सिस्टम फेयर हो सकता है।

तो अगली बार जब आप ₹100 का बिल भरें, तो याद रखें—उसमें से ₹20-30 सिर्फ tax है! क्या आपको लगता है कि ये सही है? कमेंट में बताएं।

📌 ये आर्टिकल आपको कैसा लगा? अगर आप tax से जुड़े कोई सवाल पूछना चाहते हैं, तो कमेंट करें!
#TaxTrap #GST #MiddleClassStruggle #RichVsPoor #TaxInIndia

Post a Comment

Previous Post Next Post